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मोबाइल में सॉफ्टवेयर कैसे डालें (Software Dead Mobile Hindi)

इस लेख "How to Flash Android Mobile in Hindi" में, जानिए मोबाइल में सॉफ्टवेयर कैसे डालें पूरी जानकारी, इससे स्टेप बाई स्टेप मोबाइल में सॉफ्टवेयर कैसे मारे।

किसी भी एंड्रॉइड मोबाइल में सॉफ्टवेयर कैसे डालें (How to Flash Dead Android Phone in Hindi): अगर आपका मोबाइल बहुत ही स्लो वर्क कर रहा है।

मतलब प्रोसेसिंग का प्रॉब्लम हो रहा है। ये आपके मोबाइल स्विच ऑफ होकर ऑन नहीं हो रहा है। यानि मोबाइल डेड हो गए हो। हां फिर सॉफ्टवेयर उड़ गया है और सोच रहे हो “सॉफ्टवेयर कैसे मार जाता है?” तो आप सही जगह पर आये हो।

मोबाइल में सॉफ्टवेयर कैसे डालें पूरी जानकारी

जी हां इस आर्टिकल में डिटेल्स से बता दिए गए हैं। मोबाइल में सॉफ्टवेयर कैसे डालें (कंप्यूटर से मोबाइल में सॉफ्टवेयर कैसे डालें)? इसका आपकाे फोन नया था जैसा था वैसा ही हो जाएगा।

और किसी को पैसा भी नहीं देना पड़ेगा।यदि आप कन्फ्यूज हो गए हो फ्लैशिंग को लेकर, तो फ्लैशिंग Operating System सॉफ्टवेयर डालने को ही फ्लैशिंग कहा जाता है।

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यानि किसी भी मोबाइल में सॉफ्टवेयर डालने का मतलब कोई भी कंपनी जैसी – सैमसंग, Oppo, वीवो, माइक्रोमैक्स, लेनोवो, लावा, मोटोरोला, एलजी, नोकिया, कार्बन, हाईटेक, रेडमी आदि। के मोबाइल में सॉफ्टवेयर डाल सकते हैं।

Flash क्या है

मुझे उम्मीद है कि आपको पता ही होगा फ्लैशिंग क्या है, अगर नहीं पता तो कोई बात नहीं, सिंपल तरीके से समझाता हूं, फ्लैश का मतलब होता है फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) को रीइंस्टॉल करना।

इसका मतलब अगर आपके मोबाइल सॉफ्टवेयर में कोई समस्या हो तो आप फ्लैश करके उसे सॉल्व कर सकते हैं, यानि बिल्कुल नया कर सकते हैं, जिसको हम सॉफ्टवेयर chadhna कहते हैं।

Phone में Software कब और क्यों डालते हैं?

अगर आप लैपटॉप/कंप्यूटर का उपयोग करते हैं तो आपको पता ही होगा, कंप्यूटर में कुछ ख़राबी होने पर हम कंप्यूटर को फॉर्मेट करते है फिर से ओएस (Operation System) जैसे Windows Install करते हैं।

वही अगर हमारे एंड्रॉइड फोन में थोड़ी बहुत समस्या हो तो कंपनी हमें हार्ड रीसेट करने का फीचर उपलब्ध कराती है।

और अगर हार्ड रीसेट से काम न हो तो हम फ्लैश करके नया ओएस सॉफ्टवेयर डाल सकते हैं, जिसे हम एंड्रॉइड वर्जन के नाम से भी जानते हैं।  जैसे किटकैट, लॉलीपॉप, मार्शमेलो, ओरियो, आदि।

वैसे तो बहुत सारे कारण हैं फ्लैश करने का लेकिन मैं आपको नीचे कुछ सामान्य कारणों की ओर इशारा करता हूं –

#1. फोन की डिस्प्ले अपने आप खराब हो जाना – जैसे सफेद या लाल रंग हो जाना।

#2. मोबाइल ऑफ ऑन नहीं होगा, फोन फुल चार्ज रखने के बाद भी।

#3. फ़ोन में कोई ऐप्स इंस्टाल करो ना रहने के बाद भी मोबाइल हैंग हो रहा है, या जल्दी काम ना करना।

#4. एंड्रॉइड ओएस (ऑपरेटिंग सिस्टम) करप्ट होने की वजह से फोन डेड होना,  वगैरह।

Requirements: Phone में Software डालने के लिए क्या होनी चाहिए

  • #1. लैपटॉप/कंप्यूटर।
  • #2. यूएसबी ड्राइवर, लैपटॉप/कंप्यूटर के साथ कनेक्ट करने के लिए।
  • #3. स्टॉक रोम/कस्टम रोम.
  • #4. SP Flash Tool.

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तो अगर आपको नहीं पता के स्टॉक/कस्टम ROM क्या होता है तो उसके लिए आपको पहले ROM के बारे में समझना पड़ेगा।  तो chaliye जानते हैं।

Rom क्या है?

आपको पता होगा ROM का पूरा नाम – रीड ओनली मेमोरी होती है, और इसका काम है हमारे मोबाइल के फंक्शन को प्रोसेसिंग करना, ROM फोन की सिर्फ डेटा रीड कर सकता है, ROM को नॉन वोलेटाइल मेमोरी भी कहा जाती है।

जिससे आप फोन को ऑफ करने के बाद भी डेटा डिलीट नहीं कर सकते हैं, और इसके अंदर इंस्ट्रक्शन स्टोर रहते हैं, मतलब ROM को पहले से ही पता होता है कैसे क्या होगा।

जैसे फोन ऑन करने के बाद जब ऑन करते हैं तो रोम में डेटा स्टोर रहने की वजह से फोन ऑन होती है।

जैसे लैपटॉप/कंप्यूटर में ओएस, विंडोज़ होता है, तो वही एंड्रॉइड में भी ROM यानि ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) होता है।

और ROM 2 तरह के होता है, पहले स्टॉक ROM, और दूसरा कस्टम ROM  तो चलिए इन दोनों को हम फर्क देखते हैं।

Stock ROM

स्टॉक रॉम ओरिजिनल होता है, इसका कंपनी दुवारा वारंटी मिलती है, और स्टॉक रॉम पर्चेस करना पढ़ता है, इसमें बग/एरर वगैरा नहीं होता है, स्टॉक रॉम सिक्योर्ड होता है।

और इनबिल्ट ऐप्स को अनइंस्टॉल नहीं कर सकते हो, किसी तरह की स्टाइल नहीं कर सकते हो, और ये पूरी तरह सेफ रॉम होता है।

Custom ROM

कस्टम ROM डुप्लिकेट/कस्टमाइज़ ROM होता है, मूल रूप से, डेवलपर ने उसके हिसाब से कस्टमाइज़ करके बिल्ड करता है, और ऐसे करने से कंपनी दुवारा वारंटी ख़त्म हो जाती है।

इसमें आपको बग/एरर मिल सकता है और फिक्स करने का ऑप्शन भी नहीं मिलता, कस्टम रोम अनसिक्योर्ड होता है, इनबिल्ड एप्लिकेशन को डिलीट कर सकते हैं, और इसे स्टाइल्स कस्टमाइज कर सकते हैं, कस्टम रोम ब्रिक/डेड हो सकता है।

Stock/Custom ROM कैसे Download करें

कस्टम/स्टॉक रॉम फ़्लैश फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए गुगल पर आपके मोबाइल नाम + फ़्लैश फ़ाइल डाउनलोड करें।  सर्च करके आसानी से सर्च फॉर्म में से किसी भी वेबसाइट में जाकर डाउनलोड कर सकते हैं।

उदाहरण: मेरा मोबाइल ‘Redmi Note 3‘ है तो मैं सर्च करूंगा – “रेडमी नोट 3 फ्लैश फाइल डाउनलोड“।

नोट: अब आप तय करें, कस्टम रॉम इंस्टाल करना है या फिर स्टॉक रॉम, लेकिन सुझाव (स्टॉक रॉम)।  और हां ये जिप फॉर्मेट में होगा आपको एक्सट्रैक्ट करना होगा।अगर आपको नहीं पता ज़िप क्या है तो – Zip फ़ाइल क्या होता है?  और Zip फ़ाइल डाउनलोड एंड Install कैसे करे उसकी Jankari यहाँ है.

Phone Flashing Start करने से पहले इन चीजों को ध्यान में रखें

1. एंड्रॉइड फोन मे सॉफ्टवेयर डालने से पहले आपके फोन का डेटा बैकअप कैसे करें, क्यों फ्लैशिंग करने से आपके मोबाइल डेटा हमेशा के लिए डिलीट हो जाएगा,

2. मोबाइल फ्लैश स्टार्ट करने से पहले बैटरी फुल चार्ज करें, कम से कम नहीं तो 60% – 70% चार्ज करें, क्यों रीबूट होने के लिए आपकी बैटरी में फुल चार्ज होना जरूरी है।

तो अगर आप डेटा बैकअप और बैटरी फुल चार्ज कर लिया हो तो चले स्टेप बाय स्टेप डिटेल्स से जानते हैं – स्मार्ट फोन फ्लैश टूल का उपयोग करके स्टॉक रॉम को हिंदी में कैसे फ्लैश करें:

एंड्राइड मोबाइल में सॉफ्टवेयर कैसे डालें (How To Flash Android Phone In Hindi)

तो जैसा कि मैंने पहले ही बता दिया है कि मोबाइल में सॉफ्टवेयर डालने के लिए आपको ROM की जरूरत पड़ती है।

तो इस मेथड से आप कस्टम रॉम और स्टॉक रॉम डोनो को एसपी फ्लैश टूल के मदद से अपने पीसी से, किसी भी मीडियाटेक प्रोसेसर पर रन करने वाले एंड्रॉइड फोन को फ्लैश कर सकते हैं।

उसके लिए आप सिर्फ नीचे दिए गए सभी स्टेप्स को फॉलो करें।

महत्वपूर्ण नोट: अगर आपको वाकी मे फ्लैश करना है तो इस आर्टिकल के हर एक स्टेप्स को पहले ध्यान से पढ़ें, फिर फ्लैशिंग करना शुरू करें।

Steps to flash Android Phone in Hindi:

किसी भी मोबाइल को flash करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फ़ॉलो करें:

1. अपने पीसी पर यूएसबी ड्राइवर डाउनलोड करें

सबसे पहले एंड्रॉइड USB ड्राइवर Apke पीसी/लैपटॉप में डाउनलोड करके इंस्टॉल करें।

नोट: अगर आपके कंप्यूटर में पहले से ही यूएसबी ड्राइवर इंस्टॉल है और ठीक से एंड्रॉइड फोन कनेक्ट हो रहा है, तो यूएसबी ड्राइवर डाउनलोड करना जरूरी नहीं है।

2. अपने फ़ोन को बंद करें

अब आपके एंड्रॉइड फोन को पावर ऑफ करके बैटरी निकाल दे, अगर बैटरी रिमूवेबल है तो।

3. कस्टम/स्टॉक रॉम डाउनलोड करें

अब एंड्रॉइड फोन फ्लैश करने के लिए कस्टम रोम या फिर स्टॉक रोम डाउनलोड करें, मूल रूप से ये जिप फॉर्मेट में होगा आप अपने पीसी से एक्सट्रेक्ट कर लेना है। Zip फ़ाइल डाउनलोड एंड Install कैसे करे Uski Jankari यहाँ है।

नोट: कस्टम/स्टॉक रॉम फ्लैश फाइल डाउनलोड करें गूगल से अपने फोन के हिसाब से डाउनलोड करें, स्टॉक रॉम फ्लैश कैसे डाउनलोड करें उसकी जानकारी ऊपर दी गई है।

4. एसपी फ्लैश टूल डाउनलोड करें

एसपी फ्लैश टूल डाउनलोड करें, उसके लिए नीचे डाउनलोड बटन पर क्लिक करें, ये भी आपको जिप फॉर्मेट में मिलेगा इसे भी आपके कंप्यूटर/लैपटॉप में Extract करे

5. एसपी फ्लैश टूल खोलें

फ़्लैश टूल को डाउनलोड करके जब Extract करेंगे तो आपको बहुत सारी Files मिलेंगे, आपको “Frash_tool.exe” पर क्लिक करके SP टूल ओपन करे।

6. एसपी टूल डैशबोर्ड “डाउनलोड” विकल्प पर क्लिक करें

स्मार्टफोन फ्लैश टूल ओपन हो गया है तो डाउनलोड पर क्लिक करें।

7. स्कैटर लोडिंग चुनें

अब आप डाउनलोड एजेंट के आला स्कैटर लोडिंग (चुनें) पर क्लिक करें।

स्कैटर फाइल आप अगर स्टॉक रॉम डाउनलोड करें, तो स्टॉक रॉम फोल्डर में चेक करें “Android_scatter.tex” है इस्पर क्लिक करें।

नोट: अगर कस्टम रॉम है तो उसके फोल्डर में खोजें “Android_scatter.tex”

8. डाउनलोड बटन पर क्लिक करें

स्कैटर फाइल लोकेट करे दिया है तो अब फ्लैशिंग प्रक्रिया शुरू करने के लिए डाउनलोड पर क्लिक करें।

डाउनलोड मे क्लिक करने के बाद, एंड्रॉइड फोन की बैटरी अगर रिमूवेबल है तो, बिना (बिना) बैटरी के फोन को यूएसबी केबल द्वारा आपके कंप्यूटर से कनेक्ट करते ही तुरंत मोबाइल में बैटरी लगा दे, हां फिर मोबाइल के वॉल्यूम डाउन या वॉल्यूम अप को एक साथ प्रेस करे।

9. एक मिनट रुको

अब कुछ देर इंतजार करें फ्लैशिंग होने में थोड़ा टाइम लग सकता है, जैसी ही फ्लैशिंग पूरी होगी आपको ग्रीन टिक शो करेगा।

10. अपना फ़ोन डिस्कनेक्ट करें

अब स्मार्टफोन फ्लैश टूल (एसपी फ्लैश टूल) को पीसी से बंद करें, और अपने फोन को यूएसबी केबल से डिस्कनेक्ट कर लें।

बधाई हो! अब आपका एंड्रॉइड फोन सफलतापूर्वक कस्टम/स्टॉक रॉम डाउनलोड हो गया है। तो फोन मे सॉफ्टवेयर कैसे डेल है इस आर्टिकल को फॉलो करके आप किसी भी स्मार्टफोन में सॉफ्टवेयर मार सकते हैं।

निष्कर्ष: Mobile Me Software Kaise Dale

अगर आपका फोन स्विच ऑफ हो गया है तो pattern lock लगकर भूल गया है।  तो आपका आर्टिकल है (Mobile Me Software Kaise Dele (Software Marne Ka Tarika)) मे बताएं गए स्टेप्स को फॉलो करके अपने मोबाइल में सॉफ्टवेयर डाले आसानी से।

अब से आपको मोबाइल सर्विस सेंटर ले जाना नहीं होगा।  क्योंकि मोबाइल को सर्विस सेंटर में 1-2 week के लिए नहीं रख सकते या फिर सॉफ्टवेयर खरीदने का पैसा बर्बाद ना दे कर, खुद मोबाइल में सॉफ्टवेयर डाले आपके खराब एंड्रॉइड मोबाइल में।

और अगर कोई समस्या आए तो हमारे Fb Page को लाइक करें और मैसेज भेजें।

उम्मीद करता हूं, अब आप भी “एंड्रॉइड फोन में सॉफ्टवेयर कैसे डालें” उसकी जानकारी डिटेल्स से सीखेंगे।

अगर आपको कोई कदम या फिर फ्लैशिंग प्रक्रिया से संबंधित कोई भी सवाल हो।  तो कमेंट करके हमें जरूर बताएं।

17 COMMENTS

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