कंप्यूटर वायरस क्या है और इससे कैसे बचे?

Virus Kya Hai: क्या आपको पता है आपके कंप्यूटर सिस्टम में एक वायरस डालने से आपके कंप्यूटर पूरी तरह से नष्ट हो सकता है। क्या आप जानते हो वास्तविक में कंप्यूटर वायरस क्या है (What is Virus in Hindi)? और कैसे काम करता है?

अगर आपके सिस्टम में कोई वायरस दाल दे तो आप कैसे पता लगा पाएंगे और कैसे बचेंगे कुछ विचार है? या आपके सिस्टम को वायरस से सुरक्षित रख पाएंगे?

कैसे आपके सिस्टम से वायरस मुक्त करेंगे? और सिस्टम को सुरक्षित करने के लिए इस लेख को अंत तक अच्छी तरह से पढ़ते रहे।

इससे आपको पता चल जायेगा एक वायरस आपके सिस्टम में होने से क्या हो सकता है? और वायरस किस तरह काम करता है। वायरस कौन बनाता है? वायरस की पूरी जानकारी हिंदी में जानेंगे।

वायरस क्या है (What is Virus)?

दोस्तों आपको पता ही होगा वायरस एक खतरनाक मानव बीमारी होता है। अगर कोई व्यक्ति वायरस से संक्रमित हो जाये, तो धीरे-धीरे पुरे शरीर में संक्रमित हो जाता है।

वैसा ही अगर आपके कंप्यूटर में कोई वायरस डाल दे, तो वह धीरे-धीरे आपके पुरे सिस्टम में संक्रमित हो जायेगा। और कंप्यूटर सिस्टम crash हो जायेगा. या काम कर रहे समारोह को बंद कर देगा।

वायरस जितना मानव के लिए खतरनाक होता है। वैसा ही कंप्यूटर के नुकसान करता है। इससे बचने के लिए जियादा तर लोग अपने कंप्यूटर में एंटीवायरस खरीद के एक्टिवटे रखता है।

लेकिन मैं आपको एक सच बता दू, टेक्नोलॉजी के बढ़ते ज़माने में. हर एक सिस्टम को सुरक्षा बाईपास या Hacking तरीका निकल जाता है। यानि कोई भी चीज़ 100% सुरक्षित नहीं होता है।

तो आइए, Virus Kya Hai (What is Virus in Hindi)? इसके बारे में पूरी जानकारी हिंदी में जानते हैं।

कंप्यूटर वायरस क्या है (What is Computer Virus in Hindi)?

According to Wikipediaकंप्यूटर वायरस एक Computer Program होता है। और इसको कंप्यूटर प्रोग्रामिंग करके बनाया जाता है। यह कंप्यूटर प्रोग्राम फ़ाइलें को बदलाव करने के लिए अपना कोड के सिस्टम प्रोग्राम में डालके खुद को दोहराता है। और जब यह सफल होती है, तो कंप्यूटर सिस्टम को “संक्रमित” कर देता है।

और कंप्यूटर मालिक का अनुमति के बिना उसका कंप्यूटर को संक्रमित कर सकता है। और कंप्यूटर मालिक को इसका पता भी नहीं चलता है।

virus-kya-hai-hindi

यानि वायरस प्रोग्राम को आप भी बना सकते हो, और अगर आप वायरस प्रोग्राम बना के किसी के सिस्टम में चला देंगे, तो वायरस पहले सिस्टम के प्रोग्राम फ़ाइलें में अपना कोड डालके कंप्यूटर प्रोग्राम को बदल देगा। और पुरे सिस्टम को धीरे-धीरे संक्रमित (Infected) कर देगा।

अगर हम कंप्यूटर security के बात करे तो वायरस एक प्रमुख खतरा है। यह आपके पूरा का पूरा कंप्यूटर सिस्टम को नष्ट कर सकता है।

वायरस को सबसे 1970 के दशक में “Creeper Virus” नाम से हैकर द्वारा बनाया गया था। जो 1981 में ARPANET पर प्रभावित हुआ था।

According to Information Technology Promotion Agency: आपके कंप्यूटर की सुरक्षा को प्रभावित करने वाले 57% खतरों वायरस से ही होता है। और अन्य खतरे trojans, adware, worms, और malware, आदि से होता है।

बहुत सारे ऐसे प्रोग्राम है, जो आपके भुगतान किया है एंटीवायरस से वायरस का पता लगाना मुश्किल नहीं होता है। और सिस्टम में कोई वायरस इनस्टॉल करके, प्रोग्राम को चलादे। तो आपके कंप्यूटर को पूरी तरह से बेकार या नष्ट कर सकता है।

अब आपको idea हो गया होगा की कंप्यूटर वायरस क्या है (What is Computer Virus)?. और एक वायरस आपके कंप्यूटर को क्या कर सकता है। आइये इसको आसान भाषा में समझते है।

Simple Definition of Computer Virus in Hindi (Virus Kya Hai)

कंप्यूटर वायरस क्या है (What is Computer Virus)

वायरस एक तरह के प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर है। इसका पूरा नाम “Vital Information Resources Under Seize” होता है। और अगर वायरस सॉफ्टवेयर को किसी के सिस्टम (Computer/Mobile) में Install करके Run करे। तो पहले वायरस प्रोग्राम कंप्यूटर के सभी प्रोग्राम फ़ाइलें का copy बनाते जायेगा।

और फिर प्रोग्राम के Code को बदल देता है। जिससे आपके कंप्यूटर समझ ही नहीं पायेगा। और सिस्टम crash या पूरी तरह से dead हो जाता है।

वायरस आपके कंप्यूटर तक पहुंचने का एक मुख्य कारण है इंटरनेट। जी-हाँ अगर आप बिना सुरक्षित होके मोबाइल या कंप्यूटर में Internet का उपयोग करना।

Watch Video:

इंटरनेट से फ्री सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना या किसी वायरस से संक्रमित वेबसाइट पर जाना हो सकता है।

आइये वायरस क्या है उदाहरण से समझते है:

Example Of Virus in Hindi – वायरस का उदाहरण

आपको पता ही होगा। कुछ दिन पहले “Ransomware” वायरस ने बहुत सारे डिजिटल डिवाइस में प्रभाव किया था। जैसे की बैंकिंग, ATM, निजी कंप्यूटर, आदि।

हैकर ने इस वायरस का उपयोग करके सिस्टम से व्यक्तिगत फाइलें को चुराके पहुंच बंद कर दिया था। और Access करने के लिए बहुत जियादा Ransom Payment की मांग की गई थी।

वायरस का उपयोग बहुत तरह से किया जा सकता है। ऐसे भी वायरस डिज़ाइन किया जाता है। जो सिस्टम के लिए अच्छा होता है। और कुछ malicious virus को सिर्फ और सिर्फ सिस्टम को नुकसान करने के लिए प्रोग्राम किये जाते है।

Top 5 Computer Virus in Hindi

यहाँ आपको “Top 5 Computer Virus” का उदाहरण दिए गए है। इससे आपको वायरस कैसे शुरू हुआ था आसानी से समझ आएगा –

#1. Creeper Virus

According to Techopedia: इस वायरस को प्रायोगिक कंप्यूटर प्रोग्राम TENEX ऑपरेटिंग सिस्टम में चलाने के लिए Thomas ने 1971 में लिखा था। और इसको पहला कंप्यूटर वायरस के नाम से जाना जाता है

वास्तव में इस वायरस को बनाने का कोई गलत आशय नहीं था। पर यह TENEX Operating System के DEC PDP-10 Computer Operating system को दूषित कर दिया, यह प्रदर्शित करते हुए की “मैं क्रीपर हूं, यदि आप पकड़ सको तो पकड़ो!

#2. ILoveYou Virus

यह एक कंप्यूटर worm वायरस है। जो बहुत ही दिलचस्प वायरस था। इस वायरस को एक ईमेल (email) के माध्यम से फैल गया था।

उस ईमेल subject line “I love you” लिख के भेज दिया जाता था।

और जैसे ईमेल में दिए गए links, images पर उपयोगकर्ता क्लिक करता उसके सिस्टम में वायरस फैलना शुरू हो जाता। यह वायरस 2000 समय में के सबसे प्रसिद्ध और सबसे खराब कंप्यूटर वायरस में से एक था।

#3. Code Red Virus

यह भी एक कंप्यूटर वर्म वायरस है। इसको July 15, 2001, में Internet पर देखा गया था। जिस कंप्यूटर में Microsoft’s IIS वेब सर्वर चलता था, उसको सिर्फ हमला किया गया था।

यानि यह वायरस इंटरनेट से संक्रमित कंप्यूटर को स्कैन करके, अन्य कंप्यूटर vulnerable को संक्रमित करना ही मुख्य लक्ष्य था।

#4. Slammer Virus

SQL slammer एक कंप्यूटर वायरस है। यह इंटरनेट hosts पर Denial of service करता है। जिससे इंटरनेट traffic को धीमा कर देता है

और यह 25 जनवरी, 2003 को शुरू हुआ था। यह बहुत ही तेजी से फैलता वले वायरस में से एक है। जो 10 मिनट के भीतर ही 75,000 victims में से अधिकांश को संक्रमित कर देता है।

#5. Blaster Virus

यह Worm वायरस 2003 का बहुत ही जियादा खतरनाक वायरस में से एक था। Blaster को Lovsan, Lovesan या MSBlast नाम से भी जाना जाता है।

August 2003 को Windows 2000 और Windows XP ऑपरेटिंग सिस्टम में फैला था। इसका लक्षण हर पाँच मिनट में कंप्यूटर खुद ब खुद रिबूट हो जाता है।

  • आइए अब हम वायरस के वर्गीकरण को अच्छी तरह से समझते हैं।

Computer Viruses Classification in Hindi

वायरस को उनके संक्रमण और व्यवहार की प्रकृति के अनुसार ही वर्गीकृत किया जा सकता है। यहाँ आपको 3 मुख्य वायरस वर्गीकरण दिए गए है। जैसे की –

Viruses-Classification-in-hindi
  1. Malicious Virus.
  2. Neutral Virus.
  3. Helpful Virus.

#1. Malware (Malicious) Virus Kya Hai?

Malicious सॉफ्टवेयर को ही short में मैलवेयर (Malware) कहा जाता है। अपने इस वायरस का नाम पहले कभी न कभी जरूर सुने होंगे। चूंकि यह वायरस जितना खतरनाक है। उतना ही प्रसिद्ध भी होता है।

इन विरुसेस का इस्तेमाल करके हैकर आपके सिस्टम से प्राइवेट डाटा चुराते है या डिलीट कर देता है। या फिर आपके व्यक्तिगत डाटा को broadcast कर देता है। यानि आपके private डाटा publicly इंटरनेट, ईमेल के माध्यम से लोगों के साथ शेयर कर देता है या blackmail करता है।

और ये आपके Communication Channel जैसे की नेटवर्क, इंटरनेट को पूरी तरह से block कर देता है। सिर्फ इतना ही नहीं आपके सिस्टम के Microprocessor को भी धीमा या पूरी तरह से रोक देता है। इससे आपके सिस्टम काम करना बंद कर देता है या crash हो जाता है।

Malicious Software का बहुत सारे Types भी होता है जैसे की Adware, Spyware, Worm, Trojan, Keylogger, Rootkit, Phishing and Spear Phishing, Bots and Botnets, Aur Ransomware, Etc. Malware Virus में शामिल है।

#2. Neutral Virus

नाम से ही आपको पता चल रहा होगा यह आपके सिस्टम को नुकसान नहीं करेगा। यह सिर्फ कष्टकर message display करता है। यानि यह सिर्फ आपके Screen में pop-up box खोलेगा.

और आपको सिर्फ परेशान करेगा। इससे आपके personal data harmful नहीं होता है। इसका उपयोग परेशान या डरने के लिए होता है।

#3. Helpful Virus.

कुछ ऐसे भी कंप्यूटर वायरस प्रोग्राम किया जाता है जो सिर्फ उपयोगी होता है। और इसका काम होता है कंप्यूटर को सुरक्षित करना। यानि वायरस मुक्त करना ही इसका मुख्य उद्देश्य होता है।

यह एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में जाता है। और Malicious Viruses को खोज करता है। अगर किसी तरह की मैलवेयर Type का Viruses मिल जाये तो उससे नष्ट किया जाता है।

उदाहरण के लिए, कंप्यूटर Antiviruses Software.

वायरस के वर्गीकरण को समझ गए हो, तो अब नीचे दिए गए विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर वायरस को समझे।

Types Of Computer Viruses in Hindi – वायरस के प्रकार

कंप्यूटर वायरस कई प्रकार के होते हैं। लेकिन नीचे मैंने आपको Top 7 सबसे जियादा लोकप्रिय और उपयोग किया गया वायरस के प्रकार बताया है।

types-of-viruses-in-hindi

#1. Directory Virus

जहा आपके सिस्टम की फ़ाइलें, फ़ोल्डरों को store, Organize करके रखते है, उसको कंप्यूटर Directories कहा जाता है।

अगर आप Directory Virus को आपके कंप्यूटर में RUN करेंगे, तो ये आपके Directory File के Paths को Change कर देता है। सिर्फ इतना ही नहीं आपके सिस्टम के Background में ये चलता रहेगा। पर इसके बारे में आपको पता भी नहीं होगा।

और जब यह एक बार आपके Original Software को संक्रमित कर देगा। तो इसका पता लगाना भी काफी कठिन होगा।

#2. Multipartite or File Infector Virus

यह वायरस बहुत ही खतरनाक होता है। क्योंकि ये बहुत जल्द आपके कंप्यूटर सिस्टम में फैल जाता है। और यह आपके ऑपरेटिंग सिस्टम में unauthorized Access दे देता है

और Multipartite और फाइल infector virus में लगभग एक ही प्रकार के वायरस होते हैं। Multipartite और file infector Virus System की executable files और boots sector को भी संक्रमित कर सकता है।

#3. Browser Hijacker Virus

इस प्रकार के वायरस आपके अनुमति के बिना ही वेब ब्राउज़र (web browser’s) की settings को Modifies कर सकता है। यानि यह एक तरह की unwanted software होता है।

जो home page, error page, या search engine को browser hijacker वायरस आसानी से replace कर सकता है। इसके लिए कोई Permission का जरुरत नहीं परता है।

#4. Web Scripting Virus

Web scripting एक तरह की malicious code होता है। जो किसी वेबसाइट में links, ads, image, videos, आदि, के रूप में Hacker पहले से Add करके रखता है।

और जब कोई दिए गए Malicious Links, Images या Videos पर क्लिक करेगा। तो उसके सिस्टम में वायरस डाउनलोड या किसी malicious website पर redirect कर देगा

जहसे victim के सिस्टम को पूरी तरह से हैक किया जा सके।

#5. Encrypted Virus

अपने कभी सोचे होंगे हमारे कंप्यूटर में Antivirus Activate होने के बाद भी कैसे Viruses से Infect होता है। तो Encrypted virus ही वह विषाणु है, जिसको detect करना बहुत hard होता है

Antiviruses इस प्रकार के वायरस को तभी detect किया जाता है। जब यह replication के लिए खुद को decrypt करता है।

जियादातर देखा जाता है यह वायरस सिस्टम की files या folder को delete तो नहीं करता है। पर सिस्टम की performance को बहुत ही धीमी कर देता है

#6. Network Virus

अपने कही सुने होंगे इंटरनेट पर File share करने से, file Virus से infect हो जाता है। तो अपने कभी सोचे है ये वायरस कैसे फैलता है।

मूल रूप से, इस प्रकार के वायरस Local network Area (LAN) और इंटरनेट की माध्यम से ही फैलता है। और इसका मुख्य कारन Shared Resources होता है.

यानि अगर आपके सिस्टम में पहले से वायरस संक्रमित है। और आप मुझे Data share करेंगे तो मेरा नेटवर्क भी वायरस से संक्रमित हो सकता है।

चूंकि राउटर में एक ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं होता है, इसलिए इसकी संभावना नहीं है। लेकिन राउटर पर चलने वाला फर्मवेयर वायरस से संक्रमित हो सकता है।

अगर आपके नेटवर्क में वायरस संक्रमित हो जाये तो जितना जल्दी हो सके वायरस को हटा लेना वर्ण यह आपके पुरे नेटवर्क को नष्ट कर सकता।

#7. RAT Virus

RAT का Full-Form होता है “Remote access Trojan” आपको पता ही होगा बहुत सारे Software या Program के मदद से किसी कॉम्पटर को remotely access कर सकते है।

तो RAT virus इसका फायदा उठके, आपके सिस्टम में Backdoor यानि administrative control को Enable कर देता है।

इस प्रकार के वायरस आपके सिस्टम में फैलने का मुख्य कारन होता है, किसी सॉफ्टवेयर के साथ RAT वायरस को सिस्टम में install कर देना।

हैकर किसी सॉफ्टवेयर जैसे की आपके पसंदीदा games के साथ RAT वायरस को attach करके आपको ईमेल sent करता है।

और जब आप game डाउनलोड करके सिस्टम में install करते हो, तो Game के साथ RAT virus भी सिस्टम में install हो जाता है।

और हैकर को आपके सिस्टम में backdoor create कर लेता है। जिससे attacker जब चाहे आपके सिस्टम में unauthorized access कर सकता है।

  • तो आपको इस प्रकार के वायरस से हमेशा खुद को बचाना है। और कोई सारे खतरनाक वायरस के प्रकार है, जो आपके कंप्यूटर सिस्टम को प्रभावित कर सकता है।
  • उसके बारे में हम next आर्टिकल में जानने वाले है। तह तक आप हमारे Facebook Group Join करे।

How Computer Viruses Works in Hindi – वायरस कैसे काम करता है?

किसी भी देगितल डिवाइस जैसे की मोबाइल, कंप्यूटर,आदि। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से बना हुआ होता है। यानि कंप्यूटर को सिर्फ प्रोग्रामिंग लैंग्वेज ही समझमे आता है। तो आपके सिस्टम में जो प्रोग्राम पहले से किया होता है।

अगर आप प्रोग्राम्स के कोड को बदल के कोड के अंडर कुछ भी लिख देंगे। तो क्या आपके कंप्यूटर प्रोग्राम के कोड को समझ आएगा? और क्या प्रोग्राम execute कर पायेगा? नहीं न!

तो वही चिज़ कंप्यूटर वायरस किसी प्रोग्राम के साथ करता है। पहले वायरस को प्रोग्रामिंग करके बनाये जाता है। जिससे सिस्टम को कुछ समझ में नहीं आये। और वायरस खुद के कोड को कंप्यूटर प्रोग्राम के साथ दोहराता है। जिससे कोड को आसानी से बदल ने में कामियाब हो जाता है।

और धीरे-धीरे कंप्यूटर वायरस सभी प्रोग्राम फ़ाइलें को संक्रमित करते रहता है। इसके बारे में उपयोगकर्ता कुछ पता भी नहीं चलता है।

और जब पूरी तरह से वायरस प्रभावित करना सुरु कर देता है, तब सिस्टम काम करना बंद कर देता है। जिससे सिस्टम crash या dead हो जाता है

  • अब आपको अच्छी तरह से समझ में आगये होंगे Viruses कैसे काम करता हैVirus Kya Hai (What is Virus in Hindi). तो आइये अब विरुसेस के कुछ सामान्य लक्षण को जानते है।

What are the symptoms of a computer virus in Hindi

देखिए कंप्यूटर में वायरस संक्रमित होने से आपको कई सारे अनपेक्षित गतिविधियाँ दिखाई देगा। निचे 5 वायरस के लक्षण (top 5 virus symptoms) दिए गए है।

symptoms-of-computer-virus-in-hindi

जिससे आप आसानी से वायरस के लक्षण को देखके समझ पाएंगे आपके कंप्यूटर में वायरस संक्रमित है या नहीं:

#1. Missing files

अगर आपके सिस्टम से फ़ाइलें गुम हो जाता है। या कोई जरूरी file automatic encrypt हो गए है। और जो file पहले खुल रहा था अब खुल नहीं रहा है। तो हो सकता है आपके कंप्यूटर सिस्टम में viruses से infected हुआ है।

कोई भी मैलवेयर वायरस प्रोग्राम आपके डाटा आसानी से delete या encrypt कर सकता है।

#2. Slow start-up and slow performance

यदि आपके कॉम्पटर hard disk का Space है। और RAM storage भी खली है। फिर भी आपके सिस्टम बहुत slow चल रहा है। तो आपके सिस्टम में वायरस हो सकता है।

#3. Unexpected pop-up windows

जैसे की मैं आपको पहले ही बता चूका हु, कुछ ऐसे वायरस होता है। जो सिर्फ Screen पर Unexpected pop-up windows show करता है। पर कभी-कभी ये भी आपके कंप्यूटर के लिए Harmful होता है

अगर आपके सिस्टम में बहुत जियादा repeatable pop-up windows display होता है। तो ये मुमकिन है की आपके कंप्यूटर में वायरस संक्रमित है।

#4. Lack of storage space

अगर आपके hard drive suddenly बहुत जियादा भर जाता है या आप कुछ store नहीं किये हो फिर भी space full हो जाता है। तो हो सकता है। आपका पीसी वायरस से संक्रमित है।

#5. Crashes and error messages

अपने नोट किये होंगे, बहुत समय तक सिस्टम ON रहता है। तो कभी सिस्टम Automatic बंद हो जाता। अगर ऐसे होता है, तो यह Normal है। चूंकि Hardware और सॉफ्टवेयर, CPU के कारन होता है।

लेकिन अगर आपके कंप्यूटर में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सब ठीक है, फिर भी Start होते ही Automatic बंद हो जाता है। या बिना किसी कारण अगर आपके सिस्टम Shuts down हो जाये

या error messages show करे, तो हो सकता है। आपके कंप्यूटर में वायरस infection हुआ हो।

  • Read Computer Ko Auto Shut Down Kaise Kare.
  • मुझे उम्मीद है, अब आपको समझ आगया होगा कंप्यूटर वायरस का लक्षण (symptoms) क्या होता है। आप कंप्यूटर वायरस को कैसे पहचानेंगे।

तो आइये अब वायरस से कैसे बचे? यानि कंप्यूटर सिस्टम से वायरस को कैसे हटाएं? इसका पूरी जानकारी जानते है।

How to Protect against Computer Virus in Hindi – [Top 5 Tips]

कंप्यूटर को वायरस से protect करने के लिए, यहाँ top 5 tips mention किये गए है। जिससे आप कुछ हद तक कंप्यूटर viruses से संक्रमित होने से बचा सकते हो:

how-to-protect-computer-virus-in-hindi

Tips 1: Use a firewall – हमेशा कंप्यूटर में Firewall ON करके रखे। Firewall आपको इंटरनेट से आने वाले attacks या viruses से बचाएगा।

Tips 2: Use antivirus software – Free या Paid Antivirus आपके सिस्टम में install करके जरूर रखे। अगर antivirus protect नहीं पर पाए।

फिर भी आपको चेतावनी देगा की आपके सिस्टम में वायरस गुसा है।

Tips 3: Use a strong password – आप हमेशा strong password का use करे।

इससे hacking या viruses से प्रभावित होने का chances काम हो जाता है।

Tips 4: Use a pop-up blocker – आपके जो वेब ब्राउज़र (Web Browser) है उसके Settings में जेक Pop-up block करे या फिर कोई pop-up blocker software install करे।

Tips 5: Keep your software up to date – आपके सिस्टम में जितना भी सॉफ्टवेयर install है। सबको हमेशा update करके रखें।

बताये गए इन Top 5 Tips को आप follow करके, आपके सिस्टम से वायरस को निकल सकते है, और सिस्टम को रक्षा कर सकते है।

कंप्यूटर वायरस की FAQs

चलिए अब कुछ सबसे जियादा पूछे जाने वाले सवाल का जवाब जान लेते है:

कंप्यूटर में वायरस कैसे फैलते हैं?

आपके सिस्टम में वायरस फैलने का बहुत सारे कारन हो सकता है। जैसे की किसी वायरस संक्रमित वेबसाइट में जाना, Spam ईमेल links पर क्लिक करना, File, images, आदि sharing करना, या Malware सॉफ्टवेयर सिस्टम में install कर लेने से आपके सिस्टम में वायरस फैलना शुरू हो जाता है।

कंप्यूटर वायरस क्या करता है?

आपके कंप्यूटर को नष्ट, या फ़ाइल को नष्ट करने के लिए, वायरस को प्रोग्राम किया जाता है। कंप्यूटर वायरस आपके प्रोग्राम को खुद के प्रोग्राम से दोहराता है और आपके सिस्टम प्रोग्राम को बदल देता है।
इससे आपके सिस्टम धीमी गति से प्रदर्शन करता है। आपके महत्वपूर्ण डेटा जैसे, व्यक्तिगत जानकारी हैकर इसके माध्यम से चोरी कर लेता है।

Latest वायरस कौन सा है?

CryptoMix Clop Ransomware, B0r0nt0k Ransomware, GoBrut, Magniber Ransomware, Trojan Panda Banker, यह सब 2019 का Latest वायरस में से एक है।
इन में से GoBrut कंप्यूटर वायरस विंडोज और लिनक्स मशीनों पर खुद को फैलाने के लिए brute force का उपयोग करता है।

Why do Hackers create or use Viruses?

हैकर कंप्यूटर वायरस बनाते है कारन वह अपने target के सिस्टम से व्यक्तिगत जानकारी चोरी करने या पैसे की मांग करने के लिए हैकर वायरस बनता है या उपयोग में लेता है।

जियादा तर हैकर का इरादा होता है। लोगों का नुकसान पोहचना और उससे पैसे चोरी करना। लेकिन कुछ अच्छे हैकर भी होता है, जिसको Ethical Hacker कहा जाता है।

Ethical Hacker सिस्टम को बचने ने लिए वायरस बनता है या इसका उपयोग में लेता है।

Read Popular Articles:

निष्कर्ष

कंप्यूटर वायरस एक Malicious program या सॉफ्टवेयर होता है। अगर आपके कंप्यूटर में वायरस संक्रमित करे तो आपके सिस्टम की performance को पूरी तरह से धीमी कर देता है। और ये आपके personal data चोरी कर सकता है।

इस लेख “Virus Kya Hai: कंप्यूटर वायरस क्या है और इससे कैसे बचे?” में कंप्यूटर वायरस सम्बंधित जानकारी दिए गए है। जिससे आप Computer Virus Kya Hai कैसे काम करता है? और वायरस से कैसे सुरक्षित रहना है आपको पता चल जायेगा।

मुझे उम्मीद है, आपको लिए यह अनुच्छेद “What is Computer virus in Hindi” उपयोगी रहा होगा। यदि आपका वायरस सम्बंधित कोई सवाल है। तो निचे comment करके पूछे या फिर हमारे Telegram Group Join करके message भेजे।

इसी तरह की उपयोगी जानकारी हिंदी में सीखते रहे और इस लेख को अपने दोस्तों के Social Media पर शेयर करके, सिखने में मदद करे।

Join Our Community: Instagram | Twitter | Facebook Page | Pinterest | LinkedIn|

पिछला लेखWhat is Computer Programming Language in Hindi [2021]
अगला लेखBlog Meaning in Hindi – ब्लॉग का मतलब जानिए
मेरा नाम मुहम्मद बदिरुद्दीन है। मैं एक पेशेवर वेब और सॉफ्टवेयर डेवलपर, एथिकल हैकर, डिजिटल मार्केटर और भारतीय ब्लॉगर हूँ! मुझे लोगों की मदद करना बहुत पसंद है। इसलिए SolutionInHindi.com पर एथिकल हैकिंग, कंप्यूटर, मोबाईल, इंटरनेट, सोशल मीडिया, टिप्स और ट्रिक्स और टेक्नोलॉजी सम्बंधित ट्यूटोरियल की पूरी जानकारी हिंदी में शेयर करता हूँ!

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें