Functions of Operating System in Hindi: ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर हार्डवेयर का प्रबंधन करते हैं, यूजर इंटरफेस प्रदान करते हैं, संचार की सुविधा प्रदान करते हैं, फाइलों का प्रबंधन करते हैं, संसाधन आवंटित करते हैं और सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
इस Functions of OS in Hindi ट्यूटोरियल में, आप ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य के बारे में पूरी जानकारी जानेंगे।
जैसा कि मैंने पिछले ट्यूटोरियल में, उल्लेख किया है कि ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) एक सिस्टम सॉफ्टवेयर है जो सिस्टम हार्डवेयर और उपयोगकर्ता (user) के बीच एक इंटरफेस के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा, यह सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के बीच होने वाले सभी इंटरैक्शन को संभालता है।
तो आइए Functions of Operating System in Hindi को समझना शुरू करते है:
ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य (Functions of OS in Hindi)
एक ऑपरेटिंग सिस्टम हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और उपयोगकर्ता इंटरैक्शन का समन्वय करता है। यह संसाधनों का प्रबंधन करता है, इंटरफेस प्रदान करता है, मल्टीटास्किंग सक्षम करता है, सुरक्षा सुनिश्चित करता है, त्रुटियों को संभालता है और संचार की सुविधा प्रदान करता है, जिससे समग्र सिस्टम दक्षता और उपयोगिता बढ़ती है।

फ़ंक्शन निर्देशों का एक समूह है जो किसी विशिष्ट output (result) को प्राप्त करने में सक्षम होता है।
क्या आपने कभी सोचा है कि OS इतने सारे काम कैसे करता है? मूल रूप से, OS अपने कार्यों (functions) के कारण सब कुछ आसानी से करने में सक्षम है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के अलग-अलग कार्य होते हैं जिनमें Process, Memory, Disk, file Management आदि शामिल हैं।
तो आइए ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य (Functions of OS in Hindi) को विस्तार से समझते हैं:
Top 10 Functions of Operating System in Hindi
ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर के बुनियादी कार्यों का समर्थन करता है और यह एक निम्न-स्तरीय सॉफ़्टवेयर है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ महत्वपूर्ण कार्य (Functions) निम्नलिखित हैं:

1. बूटिंग प्रक्रिया फ़ंक्शन (Booting Process Function)
ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य में बूटिंग प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण फ़ंक्शन है।
यह एक आधुनिक computer का दिल या CPU (Central Processing Units) कहा जाता है। एक CPU को memory से निर्देश मिलता है।
CPU BIOS से निर्देश पढ़ता है, hard disks, CD drives, और अन्य hardware की खोज (searches) करता है।
BIOS प्रोग्राम boot code के लिए पहले sector को देखता है।
यानि, Booting कंप्यूटर OS शुरू करने की प्रक्रिया है Computer को काम करने के लिए शुरू करता है।
यह कंप्यूटर की जांच करता है, और इसे काम करने के लिए तैयार करता है।
अधिक जानकारी के लिए यहाँ: “Booting Process क्या है” को पढ़े।
2. प्रोसेस प्रबंधन फ़ंक्शन (Process Management)
Process management किसी भी आधुनिक ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) का एक अभिन्न हिस्सा है।
OS को processes के लिए Resources allocate करना होगा, Processes को Share करने और जानकारी (information) का आदान-प्रदान करने के लिए, अन्य Processes से प्रत्येक process के संसाधनों (Resources) की protect करने और resources के बीच synchronization सक्षम करने के लिए सक्षम होना चाहिए।
3. मेमोरी प्रबंधन फ़ंक्शन (Memory Management)
Memory Management एक software उपयोगिता (utility) या शब्द है, जो कंप्यूटर में कंप्यूटर memory को managing करने की process का वर्णन करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
इसमें आमतौर पर Memory के segments लेना और उन्हें अन्य applications के साथ उपयोग करने या स्मृति के अन्य हिस्सों के बीच में Moved करना शामिल है।
4. डिस्क प्रबंधन फ़ंक्शन (Disk Management)
Disk Management एक Microsoft Windows उपयोगिता है, जिसे पहले Windows XP में fdisk command के प्रतिस्थापन के रूप में पेश किया गया था।
यह उपयोगकर्ताओं को उनके कंप्यूटर में स्थापित disk drives और उन drives से जुड़े partitions को देखने और manage करने में सक्षम बनाता है।
5. आई/ओ प्रबंधन फ़ंक्शन (I/O Management)
OS Input/Output उपकरणों का प्रबंधन करता है और I/O प्रक्रिया को प्रभावी बनाता है। OS इनपुट डिवाइस से इनपुट स्वीकार करता है,
इसे मुख्य मेमोरी में स्टोर करता है, सीपीयू को इसे प्रोसेस करने के लिए कहता है, और अंत में आउटपुट के लिए आउटपुट डिवाइस को परिणाम प्रदान करता है।
6. लोडिंग और निष्पादन फ़ंक्शन (Loading and Execution)
इसे executed करने से पहले memory में एक program loaded किया जाता है।
Operating system आसानी से स्मृति (memory) में program load करने की सुविधा प्रदान करता है, और फिर इसे execute करता है।
7. प्रिंट नियंत्रित करना फ़ंक्शन (Print Controlling)
Operating system यह उपयोगकर्ता (user) एक समय में दो print commands जारी करता है,
यह इन files के डेटा को मिश्रित (mix) नहीं करता है और उन्हें अलग से prints करता है।
8. डेटा सुरक्षा फ़ंक्शन (Data Security)
Data security कंप्यूटर system का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। OS अवैध (illegal) उपयोग, संशोधन या deletion से कंप्यूटर पर संग्रहीत डेटा की सुरक्षा करता है। जैसे, Viruses, worms, malware और remote hacking intrusions से।
- हैकिंग (Hacking) क्या है? Full Hacking Course in Hindi
- What is Data in Hindi – डाटा क्या है? पूरी जानकारी
- डेटा संचार (Data Communication) क्या है? जानिए हिंदी में
9. इंटरफेस प्रदान करना फ़ंक्शन (Providing Interface)
Providing interface का उपयोग इस क्रम में किया जाता है कि उपयोगकर्ता interface कंप्यूटर पर पारस्परिक रूप से कार्य करता है।
उपयोगकर्ता interface नियंत्रित करता है कि आप डेटा और निर्देश input कैसे करते हैं, और स्क्रीन पर जानकारी कैसे प्रदर्शित होती है।
ऑपरेटिंग सिस्टम उपयोगकर्ता को दो प्रकार के interface प्रदान करता है:
- Command-line interface.
- Graphical-line interface.
1. Command-line interface
Command-line interface केवल आदेश typing करके कंप्यूटर के साथ communicate करने के लिए एक interface प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, UNIX Commands, Linux Commands और Command Prompt (CMD)
2. Graphical-line interface
Graphical-line interface यह कंप्यूटर के साथ communicate करने के लिए visual वातावरण (environment) के साथ interacts करता है।
यह आदेश जारी करने के लिए windows, icons, menus और अन्य graphical objects का उपयोग करता है।
10. डिवाइस प्रबंधन फ़ंक्शन (Device Management Function)
एक डिवाइस controller कंप्यूटर सिस्टम का एक हिस्सा है, जो signals की ओर इशारा करता है, और CPU से आ रहा है।
कंप्यूटर सिस्टम में कई डिवाइस नियंत्रक हैं।
कंप्यूटर से जुड़े किसी भी डिवाइस को plug और socket से जोड़ा जाता है, और socket device controller से जुड़ा होता है।
तो ये थे कुछ महत्वपूर्ण ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य (Functions of Operating System in Hindi)। मुझे आशा है कि अब आप ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य को समझ गए होंगे
Computer Course in Hindi
अगर आप Computer सीखना चाहते है, तो आपके लिए एक अच्छा ख़राब है की अब आप नीचे दिए गए, हमारे बनाए गए FREE computer course से सीखे सकते है:
निष्कर्ष
प्रोग्रामिंग कार्य को आसान बनाने के लिए उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा इन सभी कार्यों को सुनिश्चित किया जाता है।
सभी विभिन्न प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम कमोबेश समान कार्य प्रदान करते हैं।
इस OS ट्यूटोरियल में, आपने ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर के बुनियादी कार्यों (Functions of Operating System in Hindi) को और इनके उपयोग भी समझें।
मुझे उम्मीद है कि यह लेख आपको ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्यों (Functions of Operating System in Hindi) को आसानी से समझने में मदद करेगा।
इसी तरह, संपूर्ण OS सीखने के लिए “Operating System Tutorial” पर जाएं।